लोक आस्था के पर्व छठ का आध्यात्मिक महत्व अपनी जगह है.
लेकिन इसका सामाजिक एवं सांस्कृतिक महत्व कम महत्वपूर्ण नहीं है.
यह एक ऐसा पर्व है, जो सामाजिक समरसता का सन्देश तो देता ही है,
बिहार की सांस्कृतिक पहचान को भी रेखांकित करता है.
पूरी दुनिया में जहाँ भी बिहार के लोग बसे हैं, छठ मनाने को लेकर जिस गर्वबोध से भरे होते हैं...
जाहिरन वह अपनी जड़ो से जुड़े होने की तस्दीक भी करते हैं.
आधुनिकता के इस दौर में मनुष्य अकेले होते जाने को अभिशप्त है,
यह पर्व सामूहिकता, पारस्परिकता और परिवार के महत्व को बचाए रखने का भी सन्देश देता है.
एक पर्व सामाजिक एवं सांस्कृतिक आस्था को और उदार बनाये... यही कामना है
छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनायें
कृष सुधांशु