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Saturday, September 17, 2011

मैं ज़माना बदल के आता हूँ

जिंदगी तुम यहीं कहीं रहना


कुछ देर इंतज़ार करना


मैं ज़माना बदल के आता हूँ


वो ज़माना... जो कभी हुआ नहीं किसी का


कुछ देर के लिए उसे क़ैद कर के आता हूँ


                                     कृष सुधांशु 




Love

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Wednesday, September 14, 2011

FACE BOOK : Salman style..

"VEER"
Jahan se Post karunga
5-10 Post ek sath bhej dunga.


"WANTED"
Ek Baar Jo Maine "POST" Karna Shuru Kar Diya
TO Uske baad to Main Group "ADMIN" Ki Bhi Nahi Sunta.


"DABANGG"
Hum tumhare Group mei itne POST karenge...
Ke Confuse ho jaoge...
ke kounsa padhein aur kounsa delete karein.


"READY"
Teen cheezon ko kabhi Under Estimate mat karna
   My Comment,
   My Like &
   My Post.


"BODYGUARD"
Mujh par ek ehsaan karna..
Ke mere Post ka kabhi apman na karna.

हिंदी दिवस पर विशेष : कृष सुधांशु

पोते ने कहा दादा से
‘पापा ने उस कार्यक्रम में
साथ ले जाने से मना कर दिया
जिसमें हर वर्ष
हिंदी दिवस पर भाषण करने जाते हैं।


आप ही समझाओ
मैं तो पढ़ रहा हूं अंग्रेजी माध्यम स्कूल में
हिंदी के बारे में सुनना है मुझे भी
मैं भी पढ़ूंगा
बहुत से माता पिता अपने बच्चों को पढ़ाते हैं ।’


सुनकर दादाजी हंसे और बोले
‘बेटा, जो माता पिता गरीब हैं
वही अपने बच्चों को हिंदी पढ़ाते हैं ।
जिनके पास पैसा है बहुत
वह तो अंग्रेजी सभ्यता बच्चों को सिखाते हैं ,


कुछ लोग कहते हैं कि हिंदी गरीबों की भाषा
सच ही लगता है क्योंकि
असली संस्कृति तो गरीब ही बचा रहे हैं।
उनमें फिर भी है बचा है माता पिता के लिए सम्मान
वरना तो जो अपने बच्चों को अंग्रेजी पढ़ा चुके हैं
अब उनकी उपेक्षाओं का गाथा गाते हैं।


कुछ लोग वृद्धाश्रम में बस जाते हैं।
संस्कृति और संस्कार तो बचाना चाहते हैं
ताकि रीतियों के नाम पर
स्वयं को लाभ मिलता रहे


भाषा ही इसका आधार है
सच उनसे कौन कहे
वेतन की गुलामी आसानी से मिल जायेगी
इस भ्रम में अंग्रेजी को लोग अपनी मान लेते हैं
हिंदी से दूरी रखकर गौरव लाने की ठान लेते हैं


तुम्हारे बाप को डर है कि
कहीं गरीबों की भाषा के चक्कर में
तुम भी गरीब न रह जाओ
इसलिये तुम्हें हिंदी से दूर भगाते हैं 
पर जमाना गुलाम रहे हमारा
इसलिये उसे जगाते हैं


                                             कृष सुधांशु

Tuesday, September 13, 2011

Agar aisa hota to ??

If Anna was married, to yeh aandolan kabhi na hota kyonki...


1. Kahan ja rahe ho?


2. Akele tumhi ko padi hai anshan mein jane ki?


3. Yeh Kejariwal ka saath chhodo!


4. Woh boycut baal wali ladki kaun hai? Baar baar bagal mein akar baith jati hai.


5. Shaam tak aa jaoge na?


6. Pahunchte hi phone karna!


7. RamLeela Ground se lautne par ek kilo Papita lete aana.

Monday, September 12, 2011

Ek Chhoti si kahani

Ek Baar ki baat hai.
Sonia gandhi 1 school visit karne gayi...
1 class me aa kar boli "bachcho koi sawal puchna hai to pucho".


Papu bola mere 3 sawaal hai:


1) Aap khud prime minister Q nahi bani ?
2) Ramleela maidan me police kisne bheji ?
3) Apka kitna paisa Swiss bank me hai ?


Isse pehle ki Sonia ji jawab deti half time ke bell ho gayi.


After half time...


Bablu khadha hokar bola "Mam mere 5 sawaal hai...
3 to Pappu wale hi hain, aur baki:


4) Half time ki bell 20min phle kaise baji?
Or akhiri sawal


5) Pappu kaha hai ??



मेरी टूटी फूटी शायरी 4

पतझड़ के मौसम में इस पेड़  का आखिरी पत्ता हूँ ...


बस... तुम आंधी की तरह मत आना...

मेरी टूटी फूटी शायरी 3

कमाल है भई...
लाशों के साथ सरकारी फ्लर्ट........
धमाके के बाद हाई अलर्ट......



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