Welcome

You are most Welcome to the blog of Krish Sudhanshu. Keep visiting. :)

Saturday, August 27, 2011

उफ़.................ये कमेंट्स


फेसबुक बड़ी अजीब जगह है.......और इससे भी अजीब है फेसबुक में मिलने वाले कमेंट्स.  जब तक आप के लिखे पर आपको प्रसाद रूपी कमेंट्स नहीं मिलता है तब तक आपकी पूजा (शायरी, कविता, चुटकी ...लेख या जो कुछ भी है )  सफल नहीं होती है.  आपने कुछ पोस्ट किया और फिर कमेंट्स के इंतज़ार में आप अपने प्राण सुखाते हैं ...और नोटिफिकेशन के कंप्यूटर स्क्रीन पर चमकते ही उछल पड़ते हैं ...और फिर कभी कभी तो निराशा हाथ लगती है कोई बी ग्रेड का कवि जिसने आपको टैग किया था कमेंट्स ले जाता है. इसका सबसे बेहतर उदहारण है गमगम की गुड मोर्निंग वाली स्टेटस जिसपे 50 कमेंट्स प्रति घंटे की रफ़्तार से आते हैं.
  और कभी कभी तो  आपको लगता है कमेंट्स पाने के लिए कमेंट्स करना भी जरुरी है ..इतनी शर्म तो सभी में होती है कि हमने आपकी रचना में बहुत खूब लिखा तो आप सुन्दर, अति सुन्दर या महा सुन्दर के रूप में कुछ कमेंट्स जवाब में हमें भी दे डालो..  जैसे कमेंट्स न हो खुजुली का कोई मंत्र हो ..तू मुझे खुजा मैं तुझे खुजाऊंगा. कभी कभी तो कई महाशय खानापूर्ति के लिए ही बिना पढ़े ही कमेंट्स मार डालते हैं.  एक भाई ने अपनी वाल पर लिखा ...टांग टूट गई है हॉस्पिटल में हूँ...जवाब में कमेन्ट मिला ...बहुत खूब! लो ..कर लो बात......किसी ज़माने में कमेंट्स करने पर चप्पलों के रूप में प्रसाद मिलता था ....अब तो फेसबुक की महिलायें स्वयं आग्रह करती हैं ..कमेंट्स करो ..कमेंट्स करो. वैसे कसम खुदा कि कभी कभी तो किसी किसी का फोटो देखकर सचमुच दिल करता है कि ....कमेंट्स कर ही डालूं. 
देखा जाए तो दुनिया में सारे फसाद की जड़ ही कमेंट्स हैं...महाभारत का सीरियल तो याद ही होगा आपको.  अंधे का बेटा अंधा ...बड़ा फेमस कमेन्ट था ...अगर द्रोपदी दुर्योधन के ऊपर यह कमेन्ट न करती तो शायद महाभारत सीरियल ही न बनता. घर घर में लड़ाई की जड़ ही कमेंट्स हैं ....और  अच्छे, टिकाऊ और बिकाऊ कमेंट्स के लिए सास-बहुओं वाले तमाम सीरियल्स रोज परोसे जाते हैं.. २४ घंटे वाले चेन्नलस भी नेताओं के इर्द-गिर्द भटकते हैं कमेंट्स की तलाश में ...कोई विवादस्पद कमेन्ट किसी नेता के श्री मुख से निकलता है और सड़कों से लेकर संसद तक में हंगामा होता रहता है ....फिर कमेंट्स के ऊपर कमेंट्स ....यहाँ तक कि कमेटियां तक बैठाई जाती हैं ...कि फलां नेता के कमेंट्स असली हैं या नहीं .. या मीडिया ने तोड़-मरोड़ के उनके कमेंट्स पर कुछ अलग ही कमेंट्स कर दिये.  कभी सड़क पर हुए कमेंट्स पर संसद में हंगामा तो कभी संसद में हुए कमेंट्स पर सड़कों पर हंगामा.  अब तो पुराने पुराने कमेंट्स विकिलिक्स पर भी लीक कर रहें हैं ....और नए विवादों को जन्म दे रहें हैं . इधर आजकल पब्लिसिटी के लिए सबसे बड़ा हथकंडा ही कमेंट्स है ...कहीं भी किसी पर भी कुछ उल्टा सीधा कमेंट कर दो और कैमरे की लाईट आपके चेहरे पर ......ट्विट्टर ....अजीब सी जगह यह भी है ...आजकल इसी के जरिये शब्दों की लड़ाई और खुन्नस निकाली जाती है ....जैसे चिड़िया बीट करके चली जाती है ..उसी तरह से बड़े लोग एक दो लाइन में ट्वीट करते हैं ...और फिर उनके कमेंट्स के अलग अलग अर्थ निकाले जाते हैं ...... जय हो !



Amir khan with Jan Lokpal Bill

Its always good to see Amir wheather he is in the movie or just standing out for a cause. today delhi witnessed Amir Khan and Raj kumar Hirani who came all the way from Mumbai to request Anna Hazare to break his hunger strike of 12 days. Amir is an aware citizen of this country and is well aware of the time taken in the formation of a law. Why cant Anna Understand this? A law is passed through several process. Amir has appealed his MP to take this bill to the parliament and requested people to do the same...
These days are showing us the importance of Voting. If we had chosen the right candidate, they should have done this before...
returning to Amir...
I kept humming the song whole day which he sang on the stag ...still its on my lips:

                    Har sant kahe...Saadhu kahe...
              ki Sach aur Saahas hai jiske dil me...
                        Ant me jeet Usi ki rahe...

Friday, August 26, 2011

मैं नहीं हूँ अंडा

अंडा बजारे ने सरकार की नाक में डंडा कर रखा है. हर तरफ अंडा बज रहा है, टीवी में अंडा, ऑफिस में अंडा, घर में अंडा, स्कूल में अंडा, बस में अंडा, अंडे का अजब है फंडा. भला भ्रष्टाचार के बिना भी इस देश में कोई सरकार चल सकती है. सरकार चल भी जाए तो क्या ये देश बिना भ्रष्टाचार के चल भी सकता है. और अगर चल भी गया तो हमारी भ्रष्टाचार प्रिय जनता उसे कितने दिन तक चलने देगी? देश के प्यारे खादी धारियों इस टोपी वाले के झांसे में मत आना. आज इसने डिब्बे वालों की हड़ताल करवा दी है कल कहीं तुम्हारा डिब्बा ना गोल कर दे. तुम अपने ठोक पाल बिल पर ताल ठोक कर डटे रहो. अगर तुम्हारे ऊपर जनता वाला ठोक पाल बैठ गया तो तुम्हारी सात पुश्तें ठुक जायेंगी. प्रधानमन्त्री के ऊपर ठोक पाल का क्या मतलब है ..क्या छोनिया आंधी किसी ठोक पाल से कम हैं. ऐसे अंडे बहुत आये और चले गए. बाबा आम देव से खूब निबटे हो इसकी फ़ाइल भी खंगाल डालो कुछ तो लूप होल मिलेंगे. खबरिया चेनलों को बजने दो मौका अच्छा है एक एक कर बीमारी का बहाना कर के विदेश का टूर लगा लो और अपनी मेहनत की काली कमाई को ठिकाने लगा लो भैया...सुनहरा अवसर हाथ से जाने न पाए. देश की जनता आज अंडा के साथ है ....इसमें तुम्हारी गलती है. कटोरा भर के खाने वालों एक चम्मच भ्रष्टाचार में इनका भी तो हक़ है. कुछ मौके जनता को भी दो ...फिर देखो कमाल मुफ्त के चन्दन का. अच्छे अच्छे नंदन भी घिसने लगेंगे. मुफ्तखोरी भी अक्ल से होती है...वर्ना जेल में हवाखोरी की नौबत आ जाती है. ए खाजा और अलमारी की गलतियों से सबक लो ...आज कल स्टिंग वाले ब्लेकिये घूम रहे हैं....इनसे बचो. और हाँ बहुत हो गई मुफ्त की सलाह ..कुछ दान दक्षिणा हो जाए...मुझे भी क्या अंडा बजारे समझ लिया है ? ..............हैं ?

मैं ही हूँ अंडा


मैं एक अंडा हूँ. आम सा अंडा, शुद्ध, खालिस, देशी अंडा. अंडा यानी जीरो, जीरो यानी शून्य, शून्य यानी सिफ़र, सिफ़र यानी वही .........अंडा. सारा देश अंडामय हो रखा है. अंडे ही अंडे. गली गली में 'अंडे-फादरम' का नारा गूंज रहा है. अंडे फादरम -अंडे फादरम.



लेकिन क्या किसी ने मेरे बारे में भी सोचा है जो सचमुच अंडा है. सुबह उठता है तो अंडा, रात को सोता है तो अंडा. संविधान की उम्र रिटायरमेंट की हो गई लेकिन मैं अंडा वहीं का वहीं हूँ. वैसा का वैसा ही हूँ...न चोकोर हुआ न त्रिभुज बना. गोल का गोल. न बायोलोजी बदली, न फिजिक्स बदला, न बदली जियोग्राफी और चेमिस्ट्री...और सबसे बड़ी बात मेरी इकोनोमिक्स भी वहीं की वहीं है. आज भी उसी तरह से ठेले पर अंडे बेचता हूँ , सब्जी की रेहड़ी लगाता हूँ, दूध से लेकर पान-बीडी तक बेचता हूँ. पीढ़ियों से बीड़ियाँ बना रहा हूँ ...और उधर शराब बेचने वाले हवाई जहाज उड़ाने लगे हैं (किंगपिस्सर) . मैं तो पेट भरने के लिए रोज कुवां खोदता हूँ, मजदूरी करता हूँ . डंडी ग्राम में से लेकर भत्ता पारसोल तक पुलिस के डंडे और गोलियां खाता हूँ और जब पानी सर से ऊपर चले जाता है तो बिदर्भ का ये किसान अंडा कुंए में कूद कर खुशकुदी भी कर लेता है.



मैं एक अंडा हूँ ...दुखी अंडा ... कभी इधर लुढका कभी उधर लुढका, कभी इधर हांका कभी उधर हांका. मेरी औकात एक वोट तक ही सिमित है. एक अंडा यानी एक वोट ....बस उसके अलावा इस अंडे का कोई मतलब नहीं. मैं तो खुद को एक अंडा समझता रहा लेकिन देश के नेताओं ने आमलेट खाने के चक्कर में मुझे कभी हिन्दू अंडा और कभी मुस्लिम अंडा बताकर, धर्म के नाम पर अंडे को अंडे से लड़ाया. मैं तो एक मामूली अंडा हूँ ...मुझे कहा गया तुम मामूली नहीं हो...तुम सिर्फ अंडे नहीं हो ..तुम दलित अंडे हो, ठाकुर अंडे हो ब्राह्मण अंडे हो ...अन्डो का वर्गीकरण करके ..आरक्षण की मलाई चाटने वालों देखो मैं तो वहीं का वहीं हूँ ...बेनूर, बेकसूर, बेकलर, बेबस और बेकार अंडा ...और तुम लोग मुझे पुकारते हो तो बे के आगे अ लगा लेते हो अबे अंडे ...अबे अंडे. सन्डे हो या मंडे मेरी किस्मत में तो डंडे ही लिखे हैं. सरकारी डंडे के हथकंडे हमें अंडे से ज्यादा और क्या समझते हैं. सरकार के हाथ में डंडा है और हमारा साइज चाहे जितना भी बड़ा हो जाए रहेंगे तो डंडे के नीचे ही ना.



झंडा ऊंचा रहे हमारा यही नारा लगाते लगाते हमारे नाड़े ढीले हो गए...यानी पेट अन्दर होता गया और तुम नेता लोग अपने पेट में एक पूरा हिंदुस्तान लेकर बैठ गए हो. किसे क्या मिला ....जिसे मिला उसे महल के बदले किला मिला. लाख के बदले करोड़ मिले. एक आदमी सत्ताईस मंजिल के घर में रहता है और यहाँ एक कमरे में छः छः आठ आठ अंडे एक साथ रहते हैं. हामरे जैसे अंडे साइकिल लेकर काम पर निकलते हैं और रास्ते भर बार-2 उतरती चेन को ठीक करते रहते हैं...और उधर रईसजादे इतनी चढ़ा लेते हैं कि उन्हें यही नहीं दीखता कि जिस फूटपाथ पर उन्होंने पीकर गाडी चढ़ा दी है वहां कितने थके-मांदे अंडे सो रहे थे. वो अंडे सोने की मुर्गियों ने दिए हैं चांदी के अंडे हैं ...हमारे अंडे तो स्कूल में मार खाते हैं, फिर स्कूल से निकाले जाते हैं और फिर लग जाते हैं फेक्टरी और दुकानों में दिहाड़ी पर. हम अण्डों की वजह से ही देश चलता है पर हमें क्रेडिट नहीं दोष दिया जाता है कि हमारी फैक्ट्री आँख बंद करके अंडे ही अंडे पैदा करने में लगी हुई है. इन्हीं अन्डो की वजह से देश चल रहा है. ये अंडे इतने मामूली भी नहीं हैं. हम अण्डों का कोई लिंग नहीं होता, न पुलिंग न स्त्रीलिंग पर हर लिंग का एक अंडा होता है ...एक नहीं दो ......अब फेसबुक को ही लो इसमें भी दो अंडे हैं बी और के बीच में दो अंडे ...और इन्हें हटा दिया जाते तो फेसबीके बनेगा और ऐसा लगेगा की आंधी आई है और कोई फेसबीके को जबरदस्ती भगा रहा है. कहने का मतलब सीधा है कि अण्डों को खोखला मत समझो. इनके अन्दर बहुत उर्जा है और अगर एक साथ निकली तो भ्रष्टाचारियों का अचार बनते देर नहीं लगेगी. लेकिन मेरे प्यारे अंडे भाइयों अपनी ऊर्जा को इस्तेमाल करने से पहले दिमाग का भी इस्तेमाल करना...अंडा चाल और भेडचाल में फर्क होना ही चाहिए...

Thursday, August 25, 2011

Baba Bengali aka Solution baba




Modern Geeta Saar

Dear Bhaktajano,






Hi all wt is truth

Post Appraisal . . . . . . .
This is what Bhagwan Shri Krishna wants to tell you. 


Hey Parth (Employee),

Incentive nahi mila, Bura Hua
salary cut rahi hai, Bura Hua
Extra shift hogi, woh bhi buri hogi.

Tum pichhla incentive na milne ka paschatap na karo,
Tum agle incentive ki chinta na karo,
Bus apni salary main santusht raho....

Tumhari pocket se kya gaya, jo rote ho?
Jo aaya tha sab yahee se aaya.
Tum jab nahi the, tab bhi company chal rahi thee
Tum jab nahi hoge, tab bhi chalegee.

Tum koi experience leker nahi aaye the..
Jo experience mila yahi mila...
Jo support diya company ke liye...
Degree leker aaye the, experience leker chalo.

Jo system aaj tumhara hai...
Woh kal kisi aur ka tha....
Kal kisi aur ka or parso kisi aur ka hoga..
Tum ise apna samajh kar kyo magan ho rahe ho..
Yahi khushi tumhari tension kaa kaaran hai.

"Kyo vyarth chinta karte ho, kisse vyarth darte ho,
Kaun tumhe nikaal sakta hai......"

Policy change company ka rule hai.
Jise tum policy change kahte ho, wahi to trick hai.

"Ek pal main tum Best performer or Hero no.1 ya Super
Star ban jaate ho,

Dusre pal main tum worst performer or target nahin
achieve kar paatey ho."

Appraisal, incentive etc. etc. mann se hata do,
vichaar se mita do, Phir company tumhari hai or tum
company ke.
na yeh increment wageyrah tumhare liye hai
na tum iske kabhi ho, Parantu job secure hai
Phir tum tension kyon lete ho........?


Tum apne aap ko company ko arpit kar do,
Yahi sabse bada golden rule hai,
Jo is golden rule ko jaanta hai,
woh review, incentive,recession,retirement aadi se sada
ke liye muqt ho jaata hai....

HURRY (H)OM(e).

Can You beat this Resume??



Born on: September 26, 1932
Place of Birth: Gah (West Punjab)
Father: Gurmukh Singh
Mother: Amrit Kaur
Married on: September 14, 1958
Wife: Gursharan Kaur
Children: Three daughters

  • EDUCATION:

Stood first in BA (Hons), Economics, Panjab University, Chandigarh, 1952; stood first in MA (Economics), Panjab University, Chandigarh, 1954; Wright’s Prize for distinguished performance at St John’s College, Cambridge, 1955 and 1957; Wrenbury scholar, University of Cambridge, 1957; DPhil (Oxford), DLitt (Honoris Causa); PhD thesis on India’s export competitiveness

  • OCCUPATION:

Professor (Senior lecturer, Economics, 1957-59; Reader, Economics, 1959-63; Professor, Economics, Panjab University, Chandigarh, 1963-65; Professor, International Trade, Delhi School of Economics, University of Delhi, 1969-71; Honorary professor, Jawaharlal Nehru University, New Delhi, 1976 and Delhi School of Economics, University of Delhi, 1996) and Civil Servant

  • POSITIONS:

1971-72: Economic advisor, ministry of foreign trade
1972-76: Chief economic advisor, ministry of finance
1976-80: Director, Reserve Bank of India; Director, Industrial Development Bank of India; Alternate governor for India, Board of governors, Asian Development Bank; Alternate governor for India, Board of governors, IBRD
November 1976 – April 1980: Secretary, ministry of finance (department of economic affairs); Member, finance, Atomic Energy Commission; Member, finance, Space Commission
April 1980 – September 15, 1982 : Member-secretary, Planning Commission
1980-83: Chairman, India Committee of the Indo-Japan joint study committee September 16, 1982 – January 14, 1985: Governor, Reserve Bank of India
1982-85: Alternate Governor for India, Board of governors, International Monetary Fund
1983-84: Member, economic advisory council to the Prime Minister
1985: President, Indian Economic Association
January 15, 1985 – July 31, 1987 : Deputy chairman, Planning Commission
August 1, 1987 – November 10, 1990 : Secretary-general and commissioner, south commission, Geneva
December 10, 1990 – March 14, 1991 : Advisor to the Prime Minister on economic affairs
March 15, 1991 – June 20, 1991 : Chairman, UGC
June 21, 1991 – May 15, 1996 : Union finance minister
October 1991: Elected to Rajya Sabha from Assam on Congress ticket
June 1995: Re-elected to Rajya Sabha
1996 onwards: Member, Consultative Committee for the ministry of finance
August 1, 1996 – December 4, 1997 : Chairman, Parliamentary standing committee on commerce
March 21, 1998 onwards: Leader of the Opposition, Rajya Sabha
June 5, 1998 onwards: Member, committee on finance
August 13, 1998 onwards: Member, committee on rules
Aug 1998-2001: Member, committee of privileges 2000 onwards: Member, executive committee, Indian parliamentary group
June 2001: Re-elected to Rajya Sabha
Aug 2001 onwards: Member, general purposes committee

  • BOOKS:

India’s Export Trends and Prospects for Self-Sustained Growth ? Clarendon Press, Oxford University, 1964; also published a large number of articles in various economic journals.
OTHER ACCOMPLISHMENTS:
Adam Smith Prize, University of Cambridge, 1956
Padma Vibhushan, 1987
Euromoney Award, Finance Minister of the Year, 1993;
Asiamoney Award, Finance Minister of the Year for Asia, 1993 and 1994

  • INTERNATIONAL ASSIGNMENTS:

1966: Economic Affairs Officer
1966-69: Chief, financing for trade section, UNCTAD
1972-74: Deputy for India in IMF Committee of Twenty on International Monetary Reform
1977-79: Indian delegation to Aid-India Consortium Meetings
1980-82: Indo-Soviet joint planning group meeting
1982: Indo-Soviet monitoring group meeting
1993: Commonwealth Heads of Government Meeting Cyprus 1993: Human Rights World Conference, Vienna

  • RECREATION:

Gymkhana Club, New Delhi; Life Member, India International Centre, New Delhi


Yes, This is the resume of our Honourable Prime Minister Dr. Manmohan Singh.

Hidden Emoticons


Surprise your friends with these hidden characters.

You won't find these in the emoticon menu, but you can send them by typing the keyboard shortcuts directly into your message.
Emoticon Key Combination Description
puppy dog eyes :o3 puppy dog eyes
I don't know :-?? I don't know
not listening %-( not listening
pig :@) pig
cow 3:-O cow
monkey :(|) monkey
chicken ~:> chicken
rose @};- rose
good luck %%- good luck
flag **== flag
pumpkin (~~) pumpkin
coffee ~O) coffee
idea *-:) idea
Emoticon Key Combination Description
skull 8-X skull
bug =:) bug
alien >-) alien
frustrated :-L frustrated
praying [-O< praying
money eyes $-) money eyes
whistling :-" whistling
feeling beat up b-( feeling beat up
peace sign :)>- peace sign
shame on you [-X shame on you
dancing \:D/ dancing

Emoticon Key Combination Description
bring it on >:/ bring it on
hee hee ;)) hee hee
chatterbox :-@ chatterbox
not worthy ^:)^ not worthy
oh go on :-j oh go on
star (*) star
hiro o-> hiro
billy o=> billy
april o-+ april
yin yang (%) yin yang
bee :bz bee
transformer* [..] transformer*

Wednesday, August 24, 2011

Mirza Ghalib


 Ishq se tabeeyat ne zeest ka maza paaya...
 dard ki dawaa paayi, dard-e-la-dawa paayaa.

Love gave my consciousness the joys of life... 
it gave me the cure for pain, it gave me a pain that had no cure). " 

Media makes it possible.

The year is 2020 and India’s much awaited MAN-ON-THE-MOON mission is successful.
The first Indian astronaut lands on the moon.


The moment he steps his foot on moon he is shocked to see 2 Indians already present on the moon.


The astronaut asks them : “Who are u?”


Reply:

“Cameraman Santosh ke saath
Deepak Chourasiya…...AAJ TAK"



The New Multi Purpose ID Number

                DO you have MPID number !!

Nandan Nilekani can do it.....Fully integrated ID card system



Operator : "Thank you for calling Pizza Hut . May I have your..."


Customer: "Heloo, can I order.."


Operator : "Can I have your multi purpose ID card numberfirst, Sir?"


Customer: "It's eh..., hold........ ..on..... .889861356102049 998-45-54610"


Operator : "OK... you're... Mr Singh and you're calling from 17 Jal Vayu. Your home number is 22678893, your office 25076666 and your mobile is 09869798888. Which number are you calling from now Sir?"


Customer: "Home! How did you get all my phone numbers?


Operator : "We are connected to the system Sir"


Customer: "May I order your Seafood Pizza..."


Operator : "That's not a good idea Sir"


Customer: "How come?"


Operator : "According to your medical records, you have high blood pressure and even higher cholesterol level Sir"


Customer: "What?... What do you recommend then?"


Operator : "Try our Low Fat Pizza. You'll like it"


Customer: "How do you know for sure?"


Operator : "You borrowed a book entitled "Popular Dishes" from the National Library last week Sir"


Customer: "OK I give up... Give me three family size ones then, how much will that cost?"


Operator : "That should be enough for your family of 05, Sir. The total is Rs 500.00"


Customer: "Can I pay by! credit card?"


Operator : "I'm afraid you have to pay us cash, Sir. Your credit card is over the limit and you owe your bank Rs 23,000.75 since October last year. That's not including the late payment charges on your housing loan, Sir."


Customer: "I guess I have to run to the neighbourhood ATM and withdraw some cash before your guy arrives"


Operator : "You can't Sir. Based on the records, you've reached your daily limit on machine withdrawal today"


Customer: "Never mind just send the pizzas, I'll have the cash ready. How long is it gonna take anyway?"


Operator : "About 45 minutes Sir, but if you can't wait you can always come and collect it on your Nano Car..."


Customer: " What!"


Operator : "According to the details in system ,you own a Nano car,...registration number GZ-05-AB-1107. ."


Customer: " ????"


Operator : "Is there anything else Sir?"


Customer: "Nothing... by the way... aren't you giving me that 3 free bottles of cola as advertised?"


Operator : "We normally would Sir, but based on your records you're also diabetic.... ... "


Customer: #$$^%&$@$%^


Operator : "Better watch your language Sir. Remember on 15th July 2010 you were convicted of using abusive language on a policeman... ?"


Customer:[Faints]

Has this happened to you !!!!!


Ashok
few days back I slept at 11:30 in the ni8 and woke up in the morning at 7:00 and suddenly thought that I haven't completed 9.15 hours and laughed at myself when I realised abt that.

Jyotsna
One from me too...
Just after our training completion in Mysore Dc and postings to Pune, me and my friends went out for dinner in one of the best restaurants..
And as I finished.. I started walking towards the Basin with plates in my hand.. :)

Abhijeet
Jus to add...
Once I was on call with my father and mom was not around. I went on to ask, "why is she not attending the status call?"

Anup
I don't login to orkut, yahoo, gmail, youtube, etc.. at my personal internet connection at home... thinking it will be blocked any way.
Till I realize - I am at home.


Rohit
And keeping hands in front of tap for waiting water to drop by itself is very frequent with me...............I jus forget that we have to turn on and off the tap...........

Farina
I was about to throw my hanky into the bin after drying my hand.

Bhabani
Once I was flashing my ID card instead of unlocking the door with the keys.

Sandeep
Once I went to a pharmacy n asked for a tab....pharmacist asked whr I want 250mg r 500mg.....suddenly I replied as 256mg...lol....thank god he didn't noticed tht....

Ashwin
Me getting a thought of doing an Alt+Tab while switching from a news channel to the DVD while watching TV.

Vidyarthi
And I - after a forty hour marathon in Bhubaneshwar with Powerbuilder, decided to take a break and went to a movie. In the middle of the movie, when I wanted to check the time, I kept repeatedly glancing at the bottom right corner of the silver screen!

Satya
The other day I was hearing one guy talking of a "Standalone" house.. when he was actually intending a independent house... Poor broker shud have tuff time trying to find a " Alone house standing in a huge empty area... "

                  You may like to add to it if it happened to you as well someday…

Give me some Sunshine...

Saari umr hum
coding main mar gaye
Ek pal to ab humein jeene do
jeene do


Saari umr hum
coding main mar gaye
Ek pal to ab humein jeene do
jeene do


Na na na….Na na na….Na na na….Na na nana na….


Give me some flight
Give me some train
Give me another chance
I wanna go home once again


Give me some flight
Give me some train
Give me another chance
I wanna go home once again


Kandhon ko laptop
Ke bojh ne jhukaya


Client se jhoot bolna tho khud
Manager ne sikhaya


C-3 ya D-3 rating laaoge to chhuti, varna kismat futi
Code kar kar ke pada Ungaliyon pe
JAVA, ORACLE aur PERL ka chaala


Projeck ne to sala poora..
Poora bheja pakka daala


Career to gaya
GF bhi gayi
Ek pal to ab humein
jeene do jeene do


Career to gaya
GF bhi gayi
Ek pal to ab humein
jeene do jeene do


Saari umru hum
coding main jee liye
Ek pal to ab humein jeene do
jeene do
Na na na….Na na na….Na na na….Na na nana na….
Give me some flight
Give me some train
Give me another chance
I wanna go home once again
Give me some flight
Give me some train
Give me another chance
I wanna go home once again
Na na na….Na na na….Na na na….Na na nana na….
Na na na….Na na na….Na na na….Na na nana na….

Tuesday, August 23, 2011

1 more story of Anna Hazare

See 1 more so called "real story" of Anna Hazare , checkout what his ex-colleagues have to say about him. You will be shocked to hear the real truth hidden from all of us.

To Bappi Da..

This post is dedicated to one of the greatest composers of our times…
the person who has given us unforgettable tunes that generations will sing along with…
the man himself…
   
                              Bappi Lahiri!!!


I was just listening one of his all time favorite song...
Before today i never noticed, it had fab lyrics too. 


                        “I am a Disco dancer…"
         
 I just love this paragraph :


Yeh log kehte the main tabhi gata tha jab bol pata nahi tha
                                       (just loved this line)
Yeh paav mere to  tabhi thirakte the jab chalna aata nahi thaNaghmon ki masssti hai meri jawani me
hai dance meri lahoo ki rawani me!!! 
(hehehehe…no im not laughing.. Bappida himself does it…the laugh of the oh so self consumed disco dancer!!!)


And my current fav…although composed by Vishal Shekhar :
“Sone ki rahon mein sone ko jagah nahi…  

Shola hai yah hai bijuria......
Dil ki bajaria… Bambai nagariya!!”


                                         Long live Bappi da




God !!! Where are you???

I never imagined the worst nightmares could come true.
Never thought that hope could vanish in a second. 
There is one thing that I blindly held on to, Faith. 
Seems like it does not exist. 
Or it has chosen to ignore us. 
I am losing my ability to pray because I fear that there is no one listening.




Noor e khuda
Tu kahan chhupa hai hume ye bata?
Yun na humse nazare phira...

Zindagi Na Milegi Dobara - Some Good Lyrics


I'm just in love with these words

dilon mein tum apni betabiyan leke chal rahe ho
to zinda ho tum


nazar mein khabwon ki bijliyan leke chal rahe ho
to zinda ho tum 



hawa ke zhokon ke jaise azad rehna sako 
tum ek dariya ke jaise lehron mein beh na sako


har ek lamhe se tum milo
khole apne baahein


har ek pal ek naya samba dekhiye
jo apni aankhon mein hairaniyan leke chal arhe ho

to zinda ho tum


dilon mein tum apni betabiyan leke chal rahe ho
to zinda ho tum...



Regret..



Once, a group of people were traveling on rocks at night...


A voice came from the sky that whosoever picks up the rocks will regret and whosoever doesn't pick up the rocks will regret...

Now, the people were confused...

How can this be?...

Whether you pick up the rocks or not, you will regret!...

Anyway, some people picked up the rocks and some didn't...

In the morning when they reached their homes, they saw that the rocks turned into diamonds...

Now, those people who didn't pick up the rocks started regretting saying "If only we had picked up some rocks..."

Those people who did pick some rocks also started regretting saying "Why didn't we pick up more rocks?"..
Both sides ended up regretting.

:) Smile....
I regret doing almost everything!! But not writing it here...... :)

Try this for Bribery...


Sunday, August 21, 2011

Wishing You a Happy Janamashtmi




'Nand' ghare aanad bhayo
"jay kaniya lalki"
'Gökul' ma aanad bhayo
"jay bölö göpalki"
'Hathi' diyo 'ghöda' diyo
"or diyo palkhi"
'Yasoda' ne 'lal' bhayo
"jay bolo gopalki"


Happy janmastmi...
     
     "Jay Sri Krishna