फेसबुक में कवियों की भरमार है
अच्छी बात हैवो कहीं बुरा न मान जाए इसलिए
‘वाह ! क्या बात है’
लो शांत करते हैं हम भी
तुम्हारी कमेन्ट की भूख
पढ़ा नहीं आपको, पर हमारी तरफ से
‘बहुत खूब!’
पल्ले नहीं पड़ी आपकी बात
शिकारपुर की है अपनी पैदाइश
ज्यादा दिमाग नहीं लगाते इसलिए
‘वैरी नाइस ‘
एक से बढ़ एक पकाऊ शेर
आपका भी कोई हिसाब नहीं
मजबूरी में ही लिखते हैं
‘आपका जवाब नहीं !’’